प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन (पीएम-एसवाईएम)
में नाम दर्ज करवाने का तरीका
स्कीम का ब्यौरा उसकी पात्रता और नाम दर्ज कराने का तरीका, सुविधा केन्द्र का स्थान/सीएससी स्थान एलआईसी की वेबसाइट और श्रम मंत्रालय की वेबसाइट पर मिलेंगे। स्कीम का फायदा उठाने वाले जिला श्रम कार्यालयों, एलआईसी कार्यालयों, केन्द्रीय श्रम कार्यालयों, ईपीएफ और ईएसआईसी कार्यालयों के सुविधा डेस्क पर
फायदा उठाने की शर्तें-
- असंगठित कामगार हो
- जिनकी उम्र 18 और 40 वर्ष के बीच हो
- महीने की आमदनी 15000 रुपये या उससे कम हो
वह-
- ईपीएफ/एनपीएस/ईएसआईसी का सदस्य न हो
- इनकम टैक्स न देता/देती हो
उसके पास-
- आधार कार्ड हो
- आईएफएससी के साथ बचत बैंक खाता/जनधन खाता हो
नाम दर्ज कराने का तरीका
- इच्छुक व्यक्ति नजदीकी सीएससी सेन्टर पर जाएं। सीएससी सेन्टर के स्थान का पता एलआईसी, श्रम मंत्रालय तथा सीएससी के वेबसाइट पर सूचना पृष्ठ से लगाया जा सकता है।
- नाम दर्ज कराने के लिए सीएससी जाते समय, उसे अपने साथ ये चीजें ले जानी होंगी:
- आधार कार्ड
- आईएफएससी कोड के साथ बचत/जनधन बैंक खाते का ब्यौरा (बैंक खाते की गवाही के लिए बैंक पासबुक या चैक पन्ना/बुक या बैंक स्टेटमेंट की कॉपी)
- स्कीम के तहत नाम दर्ज कराने के लिए शुरूआती अंशदान की राशि
- सीएससी में मौजूद गांव स्तर का उद्यमी (वीएलई) आधार नम्बर, आधार कार्ड पर छपा अंशदाता का नाम और आधार कार्ड में दी गई जन्म की तारीख डालेगा और उसकी जांच यूआईडीएआई डाटाबेस से की जाएगी।
- बैंक खाते का ब्यौरा, मोबाइल नम्बर, यदि हो तो, ई-मेल आईडी, पति-पत्नी तथा नामिति जैसे और ब्यौरे लिए जाएंगे।
- फायदा उठाने वाली शर्तों का स्वयं सार्टिफिकेट देना होगा।
- सिस्टम अंशदाता की उम्र के हिसाब से दिए जाने वाले माह-वार अंशदान की गणना करेगा।
- अंशदाता पहले अंशदान की रकम भी वीएलई को नकद में देगा जो अंशदाता को दी जाने वाली रसीद तैयार करेगा।
- नाम दर्ज कराने का फर्म और ऑटो-डेबिट मैंडेट भी छापा जाएगा जिस पर अंशदाता साइन करेगा। तब वीएलई साइन किए गए नाम दर्ज एवं ऑटो डेबिट मैंडेट को स्केन करेगा और सिस्टम में अपलोड करेगा।
- उसी समय, विशिष्ट श्रम योगी पेंशन खाता नम्बर तैयार होगा और सीएससी में श्रम योगी कार्ड छप जाएगा।
- यह तरीका पूरा होने के साथ ही, अंशदाता के पास श्रम योगी कार्ड और अपने रिकार्ड के लिए नाम दर्ज कराने वाले फॉर्म की दस्तखत की हुई कॉपी होगी।
- उसे ऑटो डेबिट चालू हो जाने पर हमेशा एसएमएस और श्रम योगी पेंशन खाते का ब्यौरा भी मिलता रहेगा।