श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र (पुस्तकालय)
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र के बारे में
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र भारत सरकार के प्राचीन पुस्तकालयों में से एक है। इसकी स्थापना सन् 1917 में श्रम विभाग के पुस्तकालय के रुप में हुई थी। सन् 1965 में पुस्तकालय को नार्थ ब्लॉक से श्रम शक्ति भवन में स्थानांतरित किया गया। पुस्तकीय सेवाओं के विस्तार के साथ सन् 1980 में मंत्रालय के पुस्तकालय का नाम “श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र” परिवर्तित कर दिया गया।यह श्रम संबंधी दस्तावेज़ों का दुर्लभ एवं आद्वितीय संग्रह है, जिनमें सामाजिक सुरक्षा,बाल श्रम, महिला श्रम, औद्योगिक संबंध,श्रम इतिहास, श्रम आंदोलन तथा अन्य श्रम संबंधी विशेष पाठ्य सामग्री उपलब्ध है।पुस्तकालय कुशल एवं योग्य कर्मचारियों द्वारा प्रबंधित है।
उद्देश्य
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र का उद्देश्य श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की पठनीय एवं सूचना अवश्यकताओं को पूर्ण करना है। यह पाठकों/उपयोगकर्ताओं के लिये अच्छी गुणवत्ता,लागत प्रभावी पुस्तकीय और सूचना सेवाओं तथा भावी पीढी के लिए दस्तावेज़ संरक्षित रखने के लिये प्रतिबद्ध है ।
पुस्तकालय संग्रह
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र लगभग 80,000 पुस्तकों का विशाल संग्रह है।इसमें ब्रिटिश युग के दुर्लभ प्रलेखों जैसे रॉयल कमीशन ऑन लेबर रिपोर्ट्स एवं सरकारी रिपोर्टस् दस्तावेज भी सम्मिलितहै। यह संदर्भ स्रोत के रुप में 1951 से श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट, भारत के राजपत्र (चुनिंदा हिस्से) , ऑल इंडिया रिपोर्टर, इंडियन लेबर जरनल, इंडियन फैक्ट्रीज़ एंड लेबर रिपोर्ट,मंत्रालय द्वारा नियुक्त कमीशन रिपोर्ट्स तथा अन्य महत्वपूर्ण विश्वकोश मैनुअल ऑफ सेन्ट्रल एक्टस व इंडिया कोड का संग्रह है।
पुस्तकालय सेवाएँ-
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र संचालन (Operations) और सेवाओं को एकीकृत कर पुस्तकालय सॉफ्टवेयर LIBSYS द्वारा कम्प्यूटरीकृत कर दिया गया है। केन्द्र में प्राप्त सभी प्रलेखों को नियमित रुप से डेटाबेस में प्रविष्ट किया जाता है। पाठकों/उपयोगकर्ताओं के लिए (Open Access System) खुली पहुंच प्रणाली उपलब्ध है।
पाठकों/उपयोगकर्ताओं को दी जाने वाली महत्वपूर्ण सेवाएं
सूचना नेटवर्क सेवा
ऑनलाइन सार्वजनिक सूची पत्र (OPAC)- पुस्तकालयमें उपलब्ध सम्पूर्ण पुस्तकीय भंडार को खोजने का एक बेहतरीन एवं सुविधा जनक माध्यम है। ऑनलाइन प्रदर्शन(ओपैक) द्वारा अपनी रुचि का प्रलेख खोजा जा सकता है।
ऑनलाइन सार्वजनिक सूची पत्र (OPAC)-
संदर्भ सेवाएँ
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र, प्रलेखों, पुस्तकों तथा अन्य संदर्भ सामग्री जिन्हें जारी नहीं किया जा सकता उन्हें परामर्श करने की सुविधा प्रदान करता है। यह “वर्तमान जागरुकता सेवा”, नवीन परिवर्धन सूची, ग्रंथ सूची इत्यादि तथा टेलीफोन से सूचना प्रदान करता है। श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र उपसचिव (श्र.प्र.सं.के ) की अनुमति से बाहरी उपयोगकर्ताओं शोधकर्ताओं को भी परामर्श सेवा प्रदान करता है।
प्रेस कतरन सेवा(Press Clipping Service)
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र माननीय श्रम एवं रोज़गार मंत्री, श्रम एवं रोज़गार राज्य मंत्री, सचिव( श्रम एवं रोज़गार )तथा मंत्रालय अधिकारियों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय समाचार समाचार पत्र कतरन के माध्यम से प्रदान की जाती है।
परिसंचरण
पुस्तकों एवं प्रकाशनों का आदान प्रदान (पुस्तकालय नियमानुसार)
पत्र-पत्रिकाओं का आदान प्रदान (पुस्तकालय नियमानुसार)
अन्तर्पुस्तकालय ऋण
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र बेहतर तरीके से सदस्यों की माँग पूर्ण करने हेतु अन्तर्पुस्तकालय ऋण सेवाएँ प्रदान करता है।
अधिग्रहण सेवा-
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र में पुस्तकों की खरीद अंग्रेज़ी एवं हिन्दी समिति के माध्यम से की जाती है। पुस्तकालय द्वारा भारत सरकार/ राज्यसरकार/ इंस्टीट्यूट/ आयोग के प्रकाशनों, समाचारपत्रों/पत्रिकाओं तथा भारत के राजपत्र आदि की खरीद एवं प्रबंधन किया जाता है। मंत्रालय अधिकारियों की मांग पर संदर्भ पुस्तकों की खरीद द्वारा आपूर्ति भी की जाती है।
तकनीकी सेवाएँ
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र में कोलन क्लासिफिकेशन के अनुसार समस्त नवीन पुस्तकों का वर्गीकरण तथा ऑनलाइन सूचीकरण क्लासीफाइड कैटलॉग द्वारा किया जाता है।
श्रम प्रलेख एवं संदर्भ केन्द्र की अन्य गतिविधियाँ
- सदस्यों का पंजीकरण एवं अनाप्ति प्रमाण पत्र का निर्गमन।
- प्रलेखों की जिल्दबंदी।
- अनुपयोगी पुस्तकों की छंटाई।
- क्षतिग्रस्त पुस्तकीय मूल्य को हानिबट्टे में डालना।